बुधवार, 30 सितंबर 2015

टीवी या थियेटर नहीं, फिल्म ही प्राथमिकता: संजय मिश्रा



हिन्दी फिल्मों में हास्य को नया आयाम देने वाले बालीवुड अभिनेता संजय मिश्रा अपनी उपस्थिति से ही दर्शकों को गुदगुदाते हैं। हाल ही में उन्हें आंखों देखी फिल्म के लिए बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर का फिल्म फेयर अवॉर्ड मिला है। रोहित शेट्टी की ‘आॅल द बेस्ट : फन बिगिन्स’ में संजय द्वारा निभाये गये किरदार का डायलॉग ‘ढोंडू जस्ट चिल’ बहुत मशहूर हुआ था। उनके चर्चित धारावाहिकों में सॉरी मेरी लॉरी, आफिस आॅफिस, लापतागंज, व चाणक्य इत्यादि हैं जबकि उनकी कुछ चर्चित फिल्मों में सत्या, दिल से, साथिया, बंटी और बबली, गोलमाल, सन आॅफ सरदार,  जॉली एलएलबी, सिंह साहेब द ग्रेट, फटा पोस्टर निकला हीरो मसान और 'भूतनाथ रिटर्न्स' इत्यादि हैं। संजय मिश्रा ने एक फिल्म प्रणाम वालेकुम का निर्देशन भी किया है। पटना में जन्मे संजय मिश्रा ने 12वीं के बाद राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय में अभिनय का प्रशिक्षण लिया और 90 के दशक के आरंभ में उन्होंने फिल्मों से पहले विज्ञापनों और धारावाहिकों के जरिये अपनी जबर्दस्त उपस्थिति दर्ज कराई। फिलहाल कई नामचीन निर्देशकों के साथ काम कर रहे संजय मिश्रा से कैमूर टाइम्स के लिए बद्रीनाथ वर्मा की खास बातचीत:

आपकी पहचान खासकर हास्य अभिनेता के तौर पर है। क्या आप इससे संतुष्ट हैं?
मेरी पहचान सिर्फ हास्य अभिनेता के तौर पर है ऐसा कहना गलत है। मैंने कई सारी फिल्मों में विभिन्न भूमिकाएं अदा की है। अभी हाल ही में मुझे आंखों देखी फिल्म के लिए बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर का फिल्म फेयर अवॉर्ड मिला है।

क्या संजय शर्मा फिर से टीवी सीरियलों में नजर आएंगे?
नहीं, क्योंकि इतनी फिल्मों में काम कर रहा हूं कि टीवी सीरियलों के लिए बिल्कुल ही समय नहीं है। अगले अगस्त महीने तक मैं पूरी तरह से व्यस्त हूं। टीवी या थियेटर के लिए जरा सा भी वक्त नहीं है।

फिल्म, टेलीविजन व थियेटर। इनमें से कौन सी विधा आप की प्राथमिकता सूची में है?
फिल्म ही मेरी प्राथमिकता है क्योंकि इसकी पहुंच ज्यादा दूर तक है। टेलीविजन सीरियलों की भी अपनी एक सीमा है। रही बात नाटकों की तो उसके दर्शकों की संख्या तो और भी कम है। दूसरी बात यह कि हर कलाकार काम करता है जनता के लिए। और अगर वह जनता तक पहुंचे ही नहीं तो फिर काम करने का फायदा ही क्या। इसलिए मैं फिल्म को प्राथमिकता देता हूं।

सुना है आपने किसी फिल्म का निर्देशन भी किया है?
जी हां, मैंने प्रणाम वालेकुम का निर्देशन किया है। यह कोई आम मुंबइया फिल्म नहीं है। सामाजिक मुद्दे पर बनी संदेशपरक इस फिल्म में इरफान खान व विजयदान देथा समेत अन्य कई नामचीन कलाकार हंै। 

आपका पसंदीदा अभिनेता कौन है?
बेशक अमिताभ बच्चन। वह जितने अच्छे अभिनेता है उससे भी ज्यादा नेक इंसान। उनसे काफी कुछ सीखने को मिलता है। किसी भी अभिनेता को एक बार अमित जी के साथ जरूर काम करना चाहिये।

आपकी आने वाली फिल्में कौन-कौन सी हैं और भविष्य की क्या योजना है?
मंगल हो, बंबू, ग्लोबल बाबा ढेर सारी फिल्में हैं, किन किन का नाम लूं। रही बात भविष्य की तो प्रणाम वालेकुम का सिक्वल वालेकुम प्रणाम बनाने की सोच रहा हूं।

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